Tuesday, December 23, 2008

तस्वीर

"कीमत तो बढ़ गई हैं शहेरो में धान की,
बिदा न हो सकी बेटी किशान की ;
कुछ लोग मतलब परस्त के वास्ते ,
तस्वीर ही बिगाड़ दी इस हिंदुस्तान की।"

श्रधांजलि


अब तो अपने ही हुए दुश्मन,दोस्त कंहा हैं।

लोग तो हैं पैसो के दीवाने इंसानियत तू कहा हैं।

दर्द से थककर तो मेंने कलम छोड़ दिया था,

अब पूछ रहा हूँ "आदिल"को की अब वो दर्द कहाँ हैं।

आतंकवादी उडाते हैं गुलाल लहू की ,

शान्ति,उन्नती और प्यार के चमन सा भारत कहाँ हैं।

देश के हीरो भी जीरो हो कर बैठ गए हैं,

शूरवीरों से पूछो की उनका शुरातन कहाँ हैं।

अब तो गांधीगिरी नही बलके शिवाजी या भगतसिंह गिरी चाहिए,

लेकिन कहो मुझसे की इस ज़माने में शिवाजी और भगतसिंह कहाँ हैं।

"बस अब तो बहोत हो गया"कहेते तो मैंने कितनो को सुना,

ओंस्पॉट फेंसला करे ऐसे वीर अब कहाँ हैं।

सोते हो तो जग उठ्येगा मेरी इस ग़ज़ल से,

फ़िर न कहें ना की खून खौल उठे ऐसे अल्फाज़ कहाँ हैं।

ये तो देखा न गया इसलिए तो कलम उठा ली,

वरना शस्त्र उठाने की प्रथा हमारे में कहाँ हैं।

काट खायी हुई तलवारे भी हाथ आने से डरती हैं,

पूछती हैं 'वीरों जेसे हाथ तुम्हारे कहाँ हैं।

में तो "प्रेम"हूँ और प्रेम करना जनता हूँ,

लेकिन आज प्रेम करने के लिए लोग अपने कहाँ हैं।

एक श्रधांजलि अर्पण करू तो इस ग़ज़ल से उन मुंबई के शहीदों को,

पूछते हैं सवाल उनकी आत्मा के,उनके जवाब कहाँ हैं,

"हम तो मरमिटे उन राक्षसों के हाथ,धुंध रहे हैं उस राम को

जो राक्षसों को maarkar, देश बचाकर,हमारी आत्मा को शान्ति दे ऐसे "हे राम"

अब तू कहाँ हैं।"
-------------------------------jai hind- ----------------------------------------
-"प्रेम"






थैंक्स दोस्तों

दोस्तों आपने मुझे अपनाया यही मेरे लिए बहोत हैं आपने मेरे ब्लॉग को पढ़कर सही में मुज पर एक अहेसान किया हैं एइसा तो में नही कहूँगा लेकिन यह जरुर कहूँगा
"अहेसान दोस्तों में जताने नही होते,
कर्ज दोस्ती में चुकाने नही होते;
दोस्ती की यह ईमारत बरक़रार रखना दोस्तों,
ये तो वो रिश्ते हैं जो कभी पुराने नही होते।"

Sunday, December 21, 2008

जीना


"एक पल में जीना शिखा था

दूजे ही पल मैंने मरना शिखा था।

इस रुलाने वजह क्या पूछूं में आपसे,

हँसना भी तो मैंने आपसे शिखा था। "

Wednesday, October 1, 2008

जिंदगी


"क्यों खुदा ने पथ्थर सा बनाया हमें,

क्यों काँटों में भी महेकना शिखाया हमें;

varna में तो मर जाता इन दुनिया की ठोकरों से

मेरे दोस्तों ने जिन्दगी जीना शिखाया हमें।"

Sunday, September 21, 2008

कोशिस

"नाकाम सी कोशिश किया करते हैं,
एक उम्मीद से जिया करते हैं;
खुदा ने तो किस्मत मैं टुटा तारा भी नही लिखा,
और एक हम हैं जो चाँद की आरजू किया करते हैं। "

इन्तेजार

"जान से भी ज्यादा प्यार उन्हें किया करते थे,
याद उन्हें दिन रात किया करते थे।
अब उन रस्तोसे गुजरा भी नही जाता;
जहाँ बैठकर उनका इन्तेजार किया करते थे."

जलन

"बाद मरने के मेरी कब्र पर न जलाना चिराग,
बहुत जला हूँ मैं, तमन्ना नही और जलने की।"

याद

"शमांको भी हैं रंज परवाने की मौत पर ,
इसीलिए वो जलती रहती हैं परवाने की याद मैं। "
"प्रेम"

Wednesday, June 11, 2008

दिल

दिल तोड़ना हमारी आदत नही,
दिल हम किसीका दुभाते नही;
भरोसा रखना मेरी वफाओ पे ,
दिल में बसाकरहम किसीको भुलाते नही।

$$$$$$$$$$$ प्रेम $$$$$$$$$$$

दूरियां


मंजिल मिलने से दोस्ती भुलाई नही जाती,
हमसफ़र मिलने से दोस्ती मिटाई नही जाती;
दोस्त की कमी हरपल रहेती हैं
दूरियों से दोस्त्ती छुपाई नही जाती।

^^^^^^^प्रेम^^^^^^^^^

दोस्ताना

सारी उमर आंखो में एक सपना याद रहा,
सदियाँ बीत गई वो लम्हा याद रहा;
जाने क्या बात थी उन दोस्तो में,
सारी महफिल भूल गए बस वो दोस्ताना याद रहा।
########प्रेम#########

दोस्ती मैं


दोस्ती में इन्तेहा लिया नही करते,

दोस्तो को इन्तेजार करवाया नही करते;

ऐसी भी क्या खता हुई हमसे की रोज़ याद करने वाले

अब एक पल भी याद नही करते।

************************प्रेम*******************

याद

हर सुबह की धुप कुछ याद दिलाती हैं ,
हर फूल की खुशबु एक जादू जगाती हैं;
आप या हम चाहे या न चाहे पर ,
सुबह सुबह आपकी याद आ ही जाती हैं।
********************प्रेम****************

कशिस

कशिश दिल की हर चीज़ भुला देती हैं ,
बंद आंखो में भी सपना सजा देती हैं ,
सपनो की दुनिया जरूर रखना ;
क्योंकि हकीकत अक्सर रुला देती हैं......................"प्रेम'

ज़िंदगी

दो लम्हों से बनी हैं ये
"ज़िंदगी"
एक खुशी और एक गम .........
दो लोगो से बनी हैं ये
"दोस्ती"
एक आप और एक हम...................."प्रेम"

सजा

न दिल देके गए, न पता देके गए,
महोब्बत में यह कैसी सजा देते गए?

Tuesday, May 20, 2008

यादें


यादों की किम्मत वो क्या जाने ,

जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं;

यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो

यादों के सहारे जिया करते हैं.......................प्रेम"

दोस्ती


न जाने क्यो हमे आंसू बहाना नही आता,

न जाने क्यो हाल-ऐ-दिल बताना नही आता;

क्यों दोस्त बिछड़ जातें हैं हमेशा,

या फ़िर ऐसातो नही की हमे दोस्ती निभाना नही आता।
>>>>>>>>>"prem"<<<<<<<<

ग़ज़ल




कागज़ पे हमने जिन्दगी लिख दी,


अश्को से सींचकर हर खुशी लिख दी;


दर्द को जब हमने उभारा लफ्जो पे ,


तो लोगो ने कहा वाह! क्या ग़ज़ल लिख दी.............:प्रेम"

चाँद



दिल के आँगन से चाँद का दीदार हो गया,


देखते ही देखते चाँद बादलों मैं खो गया;


मैंने बादल हटने का इन्तेजार किया,


तब तक चाँद किसी और का हो गया। ......................................."प्रेम"

Tuesday, May 6, 2008

दोस्ती

दोस्ती ........
शब्द नही जो कहा जाए,
रह नही जो मिट जाए,
सफर नही जो मुकाम पाए,
ये तो वो एहसास हैं जिसके लिए बस जिया ही जिया ही जाए........................."प्रेम"

Monday, May 5, 2008

रिश्ता




'यारो के लिए हम महोब्बत छोड़ते चले गए,


ख़ुद अपना दिल हम तोड़ते चले गए;


अब हम खुसी का इन्तेजार नही करेंगे,


ग़मों से रिश्ता हम जोड़ते चले गए......................."प्रेम"

मुलाकात


दिलजलों से मुलाकात हो गई,

ज़ग्माग ज़ग्माग रत हो गई;

जला देते ये वो दुनिया साडी,

अच्छा हुवा आंसू ओकी बरसात हो गई...................."प्रेम"

Saturday, May 3, 2008

दोस्ती

"न जाने क्यों हमे आंसू बहाना नही आता,
न जाने क्यों हाले दिल बताना नही आता;
क्यों दोस्त बिछड़ जातें हैं हमेशा,
शायद हमे दोस्ती निभाना नही आता। .............."प्रेम"

कुछ बातें


१.अहेसास--आपकी यादों का

२.यकीन--आपकी बातों का

३.कदर--आपके नाम का

४.फक्र-- आपसे दोस्ती का

५.इन्तेजार--आपके आने का................"प्रेम"

याद




"रहे रहे कर आपकी याद आती हैं,


याद न आने की वजह सताती हैं;


सोचते रहे हम जरुर कोई गम हैं,


या फ़िर हमारे लिए आपके दिल में जगह कम हैं......................"प्रेम"

Thursday, May 1, 2008

तस्वीर

"किम्मत तो बढ़ गई हैं शहेरो में धान की,
लेकिन बिदा न हो शकी बेटी किशान की;
कुछ लोग मतलब परस्त के वास्ते,
तस्वीर ही बिगाड़ दी हिंदुस्तान की......प्रेम"


दिल टुटा तो एक आवाज़ आई,

गौर से देखा तो एक चीज नाज्ज़र आई

मैंने सोचा मेरे इस खली दिल में क्या होगा

लहू को धो कर देखा तो तेरी तस्वीर नज़र आई।

Sunday, April 27, 2008

वाह वाह


"हसीनो ने हसीं बनकर गुनाह किया,

ओरो को तो ठीक हमको भी तबाह किया;

जब पेश किया उनकी बेवफाई को हमारी गज़लो में ,

ओरो ने तो ठीक उन्होंने भी वाह वाह किया............"प्रेम"

ज़रने


"लोग महोब्बत को खुदा का नाम देते हैं,

अगर कोई करे तो इल्जाम देते हैं;

कहेते हैं की पत्थर दिल रोया नही करते,

तो पथ्थ्रो से जारने क्यों बहते हैं..................."प्रेम"

रिश्ता



"हुस्न और महोब्बत का रिश्ता भी अजीब होता हैं,


शमाएं जलती हैं तो


परवाने भी जल जाते हैं..............."प्रेम"

Saturday, April 26, 2008

ताज


हजारो झोंपडियारख होती हैं तब जाकर एक महल बनता हैं,

हमारे मरने पर कफ़न भी नही,और उनके मरने पर ताज महल बनता हैं।

"प्रेम"

नाम


"तेरी याद में बहोत पैगाम लिखते हैं,

तेरी याद में गुजरी वो शाम लिखते हैं ;

वो कलम भी तेरी दीवानी हो जाती हैं ,

जिस से हम तेरा नाम लिखते हैं....................."प्रेम"

अपना

"हम मिटटी के आशियाने बनाते गए,

बना- बनाकर उन्हें मिटाते गए;

हमें कोई न अपना बना शका

और हर किसीको अपना बनाते गए .............."प्रेम"

उम्र


"उम्रे-दराज मांगकर लाये थे चार दिन,

दो आरजू में कट गए,और

दो इन्तेजार में

"प्रेम"

कभी कभी



कांटो से मैंने प्यार किया हैं कभी कभी,


फूलों को शर्मसार किया हैं कभी कभी;


अल्लाह रे बेखुदी की तेरे पास बैठकर,


तेरा ही इन्तेजार किया हैं कभी कभी............................."प्रेम"

के काबिल




"अब अपने दिल का दर्द तुजे क्या बताये हम,


जी चाहता हैं तुज पे तुमको छुपाये हम।


आओ हमारे दिलमें ज़माने की हसरतों;


आओ की तुम्हे प्यार के काबिल बनाये हम..... "प्रेम"

दीवाली

"बागकी बात, बाग का माली ही समजे,

फूलों की खुशबू को भौरे ही समजे;

चुभन तो बहोत होती होगी उन कांटो को,

पर फूलों का दर्द तो जुलती डाली ही समजे।

हमारी मौत पर तो खुदा भी रोने लगा, पर वो बेवफा नही,

सोचनेवाले उसे इक बारिश समजे।

ये खुदा ने भी अजीब की रित बनाईं ,

दिए का दिल जले और लोग उसे दीवाली समजे......................................."प्रेम"

तनहा


"अपनों में रहे बेगानो की तरह,

लोगो में रहे अफसानोकी तरह;

जिन्हें चाहा था वो समज न पाए,

जो शायद समज शके वो चाह न पाए।

जिन्दगी ने ये कुछ ऐसी कहानी बनाईं,

बात दिल की थी जो जुबान पर न आई।

जो आया -मिला शिकवे गिले सुना गया,

बन गया में सबकी हँसी, पर मेरा दर्द कोई समज न पाया।

कोई भी न समजा मेरे प्यार को ,

इसी लिए आज तक भीड़ में भी ख़ुद को तनहा पाया................"प्रेम"

कफ़न


"खुश्बू के साथ फूल हमने पाया हैं ,

प्यार मे उसके वक्त हमने गवायाँ हैं।

दिल टूट गया हमारा उनकी दोस्ती मे,

दोस्त तो कहेलाता हैं मगर,

दुश्मन हमने पाया हैं।

टुटा दिल हमारा देखकर कफ़न भी रोने लगा,

तब आवाज़ आई टूटे दिल हुवे दिल से,

की "क्यों न सोउ तुजे लिपट के 'ऐ कफ़न,

मैंने भी तुजे अपनी जान देकर तुम्हे पाया हैं.............................प्रेम"

कफ़न

नमक


"जबरजस्ती से फूलों को खिलाया न करो,

आंसू ओ को दिल की दहेलिज़ पर लाया न करो,

जालिम हे जमाना ,जो किसीके प्यार को नही समजता,

अपने दिल की हालत किसीको बताया न करो।

जब प्यार मे तुम्हारा दिल अगर टूट जाए ,

तो टुटा दिल किसीसे सिलाया न करो।

लोग मुठ्ठी मे नमक लेकर घुमा करते हे ,

अपने दिल के ज़ख्म किसीको दिखाया न करो..............."प्रेम"

mahobbat

"हर साहिल को किनारा मत समजो यारो,
हर इस्त को सहारा मत समजो यारो;
फूल -फूल भी अलग होते हे ,
हर फूल को गुलाब मत समजो यारो .
दोस्ती तो दुश्मन भी करते हे जित के लिए,
हर दुश्मन को दोस्त मत समजो यारो।
अपनी नज़र नज़र मे भी फर्क होता हे,
हर नज़र महोब्बत मत समजो यारो।
.......................................................प्रेम"

Wednesday, April 23, 2008

aansoo



"BATON ME JAB BAL HOTA HEIN,


PRASNO KA TAB HAL HOTA HEIN;


AAG LAGA DETE HEIN YE "AANSOO"


KAHANE KO TO JAL HOTA HEIN..........................................PREM"

intejar

fansle mitaakar aaps me pyar rakhna,
dosti ka yah rista hamesa barkrar rakhna;
bichhad jaye kabhi aap se ham,
aankho me hamesa hamara intejar rakhna............

dost


dil se dil juda nahi hote,

yu hi ham kisi pe fida nahi hote,

"prem" se bada hein dosti ka rista;

kyonki dost kabhi bevafa nahi hote............prem

fariyad


"aap to chand ho jise sab yad karte hein

or hamari kismat taro jesi hein ,

hame yad karna to dur log apni khwaish

ke liye hamare tutne ki fariyad karte hein.........."hemal"

Monday, April 21, 2008

gazal


kagaz pe humne zindgi likh di,

ashko se seench kar har khusi likh di;

dard ko jab ubhara humne lafjo per,

to logo ne kaha kya gazal likh di.........."prem"

Tuesday, April 15, 2008

pap


pyar karnar ne jagat maf nathi kartu,

koi eni sathe sacho insaf nathi kartu;

pyar ne pap kahenara koik to dekhado mane,

kon evu chhe je kadi aa pap nathi kartu............"prem"

maza


"VIRAH MA MAZA CHHE NE MILAN MA MAZA CHHE,















DIL NI VATO


AALAHERATI HAVA JANE KAIK KAHI RAHI CHHE.

DIL NI VATONE JANE AAJE VYATIT KARI RAHI CHHE.

AA PAVAN PAN OCHHO SUGHNDHIT NATHI,

VASANT NI FORAM JANE AAJE FELAVI RAHI CHHE.

CHHE KAINK NAVIN DIVAS AAJE "PREM"

"PRATIXA"NO SANDESH MALYO CHHE AAJE PREM

NAVI J MAUSAM "FAGUN" DOKAYA KARI RAHI CHHE,

DIL NI VATOI NE JANE VYATIT KARI RAHI CHHE.

PUSPO TO KAI J NATHI PREM NA BAGICHA MA,

FAGUN PRATI PREM J FUL HATU E BAGICHA MA,

HAVE TO KHUSBU YE KAINK FARIYAD DAI RAHI CHHE,

JANE DIL NI VATO NE VYATIT KARI RAHI CHHE.

KON HASE MARA SVAPN NI SAUDAGAR

KON HASE MARA MAN NI MANIGAR,

HAVE TO PRATIXA DIL NE SATAVI RAHI CHHE,

JANE DIL NI VATO NE VYATIT KARI RAHI CHHE.

PARVANO DIWANO HATO E SHAMA NO,

CHINGARI PAN DIWANI HATI NE NADYO JAMANO,

HAVE TO SHAMAO YE FARIYAD KARI RAHI CHHE,

JANE KE DIL NI VATO NE VYATIT KARI RAHI CHHE....."

Saturday, April 12, 2008

friendship

PREM
"dosti ka rista aankh our ungali ke jeisa hota hein

ungali ko jab chot lagalti hein, to aankh rone lagati hain,

our jab aankh roti he to ungali aansoo ponchhati hein......"

DESH


"KYU MARTE HO BEVAFA SANAM KE LIYE,

DO GAJ JAMEEN BHI NAHI MILEGI DAFNANE KE LIYE;

MARNA HE TO MARO DESH-E-VATAN KE LIYE,

HANSINAE DUPTTA UTAR DEGI TUMHARE KAFAN KE LIYE.........."
.............................................................................................PREM........

afasos


"AFASOS E NATHI KE SADGAVA NU HOY CHHE,

PAN RANJ CHHE ETLO KE PIGALVA NU HOY CHHE"

=======================PREM=========

MAKAN

..............PREM.....................................
"EMANI YADO NE BHULVA MA AME FANAH THAI BETHA

BIJA NO ZAKHM LAINE AME GHAYAL THAI BETHA,

AA TO MARAVANU J EK BAHANU HATU KHUDA NU,

LOKO TENE Y EK AATMHATYA SAMAJI BETHA.

DIL JALAVATO RAHYO TENE KOI NI SATHE JOINE,

DAGHU O TENE SMASHAN NI CHITA SAMAJI BETHA,

EMNI TADAP MA HUN RADI GAYO KETLUY,

MARA AANSU O NE VADI TE MAVTHU SAMAJI BETHA.

ROJ TARSAVTA RAHYA AMNE MILAN MATE,

MARA SVAPNO NE TE MULAKAT SAMAJI BETHA.

HU TO CHADER SAMAJI NE KAFAN ODHI GAYO,

TENE PAN LOKO AA MARI MAIYET SAMAJI BETHA.

MARI ARATHI JYARE GUJARI TEMNI GALIO MA THI,

PATHTHAR DIL TENE PAN BARAT SAMAJI BETHA.

FUL CHADAVYA KOI E KAFAN PAR MARA,

NADAN ENE PAN SHANGAR SAMAJI BETHA.

JIVATA JIV MANEDAFNAVI DIDHO DIL MA,

LOKO TENE "PREM" BHADA NU MAKAN SAMAJI BETHA,

BAKI HU TO MARA DILNI VEDNA KAHETO HATO,

ANJAN LOK ENE PAN MARI GAZAL SAMAJI BETHA."

Friday, April 11, 2008

DOST


"JINKI YAD ME HAM DIWANE HO GAYE,

WOH HAMSE BEGANE HO GAYE;

SHAYAD UNHE TALASH HE AB NAYE DOST KI,

KYONKI UNKI NAZAR HAM PURANE HO GAYE....."

....................................................................PREM....

TO SWETA




"KAMAN GARI TARI AANKHO GAME CHHE,


DUPATTA MA CHHUPAYELO TARO CHAHERO GAME CHHE;


AAM GUSSA THI SUN JUO CHHO DOST MARA,


TAMARO GUSSO TAMARATHI VADHARE GAME CHHE.


NAM TAMARU 'SWET' E TO HUN JANU CHHU,


E SWET KAGAJO PAR CHITRAYELA SVAPNA GAME CHHE.


MADHURAT CHHALKAY CHHE TAMARA AA NAM MA,


ETHI J TO TAMARU NAM MANE GAME CHHE.


KAINK SHODHU CHHU TUJ MA HU "SWET"


TAMARI AANKH MA CHHUPAYELA SAWALO GAME CHHE.


KETLAY PRASNO CHHE JE KAHI SAKTO NATHI TAMANE,


KEVI RITE KAHU KE 'SWET' TU MANE GAME CHHE.........."


.....................................................................PREM..........

TASVEER

"DIL TUTA TO EK AAVAZ AAYI,
DIL KHOL KAR DEKHA TO EK CHIZ NAZAR AAYI,
MEINE SOCHA MERE IS KHALI DIL ME KYA HOGA?
LAHU KO DHO KAR DEKHA TO TERI TASVEER NAZAR AAYI..."
............................PREM...............

JINDAGI

"LOG KAHETE HE KI,
MAHOBBAT JINDAGI HOTI HE MAUT NAHI,
MAGAR WOH LOG YAH KYUN BHUL JATE HE,
KI DHOKHA BHI JINDAGI HI DETI HE MAUT NAHI."....
..............................PREM...................

UMRA


KISIKO APNA BANANE ME DER LAG JATI HE,

EK VADA NIBHANE ME DER LAG JATI HE;

PYAR TO PAL BHAR ME HO JATA HE,

MAGAR UNHE BHULANE ME UMRA BHI KAM PAD JATI HE..........

......................................PREM..................

TO KOMAL


EK BAR AAPNE CHAHERA JO HAME DIKHAYA HOTA,

MERE IS "KOMAL" DIL KO CHAIN SA AAYA HOTA;

KUCHH KAHE PATA SHAYAD MEIN AAPKO E 'DOST'

YA FIR MAHEFIL SA MAHOL MENE SAJAYA HOTA.

JAB SE DEKHI HE MEINE TASVIR AAPKI,

SAMNE AA JATI HE VO TASVIR AAPKI,

MILTE SHAYAD AAP TO MEINE YAH BATAYA HOTA;

YA FIR MAHEFIL SA MAHOL MENE SAJAYA HOTA.

AB TO EK HI UMMID RAHI HE MERI 'KOMAL'

KI EKBAR MULAKAT HO JAYE KAHI AAPSE MERI,

SIRF EKBAR "DOST" BAN NE KA MOUKA HAME DIYA HOTA;

TO SHAYADMAHEFIL SA MAHOL MAINE SAJAYA HOTA.......

.................TO:-KOMAL

..................DATE:1-2-2008

PYAR


ISHQ KARDETA HE BEKARAR,

BHAR DETA HE PATHTHAR KE DIL ME PYAR,

HAR EK KO NAHI MILATI JINDAGI KI YE BAHAR

KUNKI ISHQ KA DUSRA NAM HE INTEJAR...........

KHEL



HAR LAFJ KO KAGAJ ME UTARA NAHI JATA,


HAR NAM KO SARE AAM PUKARA NAHI JATA;


HOTI HE DOSTI ME KUCHH RAJ KI BATEN,


YU HI TO IS KHEL ME DIL HARA NAHI JATA.........

MULAKAT


HOTH KAHE NAHI SAKTE JO AFSANA DIL KA,
SHAYAD NAZAR SE VO BAT HO JAYE;
IS UMMID SEKARTE HE INTEJAR RAT KA,
KI SHAYAD SAPNO ME UNSE MULAKAT HO JAYE.......

taj



AGAR HOTI YE PYAR KI RANHE ASAN ITNI,
TO IS ME ITNI KASME KHANE KI JARURAT NA HOTI;
AGAR SAMAJ JATI YE DUNIYA PYAR KO,
ITNI ASANI SE,
TO SAHJAHA KO TAZ BANANE KI JARURAT NA HOTI....

bevafa

HUSN AGAR BEVAFA NA HOTA,
TO ASHIQ KA DUNIYA ME NAM NA HOTA;
KAT GAYE HATH UN MAJDURO KE,
VARNA HAR EK RASTE PAR TAJMAHAL
JARUR HOTA..........."PREM"

Wednesday, April 9, 2008

PREM

"PREM" EK DARIYA HE
JISKA KOI SHAHIL NAHI HOTA,
DUNIYA ME HAR DIL "PREM"
KE KABIL NAHI HOTA,
ROTA VO BHI HE JO,
DUBA HE "PREM" KE SAGAR ME;
AUR ROTA VO BHI HE,
JISE "PREM" HANSIL NAHI HOTA.

Sunday, March 30, 2008

KIMMAT TO BADH GAYI HE SAHERO ME DHAN KI,

LEKIN BIDA NA HO SAKI BETI KISHAN KI,

KUCHH LOG PARAST MATLAB KE VASTE,

TASVIR HI BIGAD DI HINDUSTAN KI......

KAHANI

YAH KITAB NAHI KISIKA DIL HE.

ISME PANNE NAHI KISIKI DHADKAN HE,

USME SABD NAHI KISIKE AANSU HE,

OR YAH SAYARI NAHI KISIKI DARD BHARI KAHANI HE...........

rang de basanti



HAVAO KE HATH YAH PAYGAM BHEJA HE,


ROSHNI KE ZARIYE YE ARMAN BHEJA HE,


FURSAT MILE TO KUBUL KAR LENA,


IS PREM NE APNA SALAM BHEJA HE.