Tuesday, May 20, 2008

यादें


यादों की किम्मत वो क्या जाने ,

जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं;

यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो

यादों के सहारे जिया करते हैं.......................प्रेम"

दोस्ती


न जाने क्यो हमे आंसू बहाना नही आता,

न जाने क्यो हाल-ऐ-दिल बताना नही आता;

क्यों दोस्त बिछड़ जातें हैं हमेशा,

या फ़िर ऐसातो नही की हमे दोस्ती निभाना नही आता।
>>>>>>>>>"prem"<<<<<<<<

ग़ज़ल




कागज़ पे हमने जिन्दगी लिख दी,


अश्को से सींचकर हर खुशी लिख दी;


दर्द को जब हमने उभारा लफ्जो पे ,


तो लोगो ने कहा वाह! क्या ग़ज़ल लिख दी.............:प्रेम"

चाँद



दिल के आँगन से चाँद का दीदार हो गया,


देखते ही देखते चाँद बादलों मैं खो गया;


मैंने बादल हटने का इन्तेजार किया,


तब तक चाँद किसी और का हो गया। ......................................."प्रेम"

Tuesday, May 6, 2008

दोस्ती

दोस्ती ........
शब्द नही जो कहा जाए,
रह नही जो मिट जाए,
सफर नही जो मुकाम पाए,
ये तो वो एहसास हैं जिसके लिए बस जिया ही जिया ही जाए........................."प्रेम"

Monday, May 5, 2008

रिश्ता




'यारो के लिए हम महोब्बत छोड़ते चले गए,


ख़ुद अपना दिल हम तोड़ते चले गए;


अब हम खुसी का इन्तेजार नही करेंगे,


ग़मों से रिश्ता हम जोड़ते चले गए......................."प्रेम"

मुलाकात


दिलजलों से मुलाकात हो गई,

ज़ग्माग ज़ग्माग रत हो गई;

जला देते ये वो दुनिया साडी,

अच्छा हुवा आंसू ओकी बरसात हो गई...................."प्रेम"

Saturday, May 3, 2008

दोस्ती

"न जाने क्यों हमे आंसू बहाना नही आता,
न जाने क्यों हाले दिल बताना नही आता;
क्यों दोस्त बिछड़ जातें हैं हमेशा,
शायद हमे दोस्ती निभाना नही आता। .............."प्रेम"

कुछ बातें


१.अहेसास--आपकी यादों का

२.यकीन--आपकी बातों का

३.कदर--आपके नाम का

४.फक्र-- आपसे दोस्ती का

५.इन्तेजार--आपके आने का................"प्रेम"

याद




"रहे रहे कर आपकी याद आती हैं,


याद न आने की वजह सताती हैं;


सोचते रहे हम जरुर कोई गम हैं,


या फ़िर हमारे लिए आपके दिल में जगह कम हैं......................"प्रेम"

Thursday, May 1, 2008

तस्वीर

"किम्मत तो बढ़ गई हैं शहेरो में धान की,
लेकिन बिदा न हो शकी बेटी किशान की;
कुछ लोग मतलब परस्त के वास्ते,
तस्वीर ही बिगाड़ दी हिंदुस्तान की......प्रेम"


दिल टुटा तो एक आवाज़ आई,

गौर से देखा तो एक चीज नाज्ज़र आई

मैंने सोचा मेरे इस खली दिल में क्या होगा

लहू को धो कर देखा तो तेरी तस्वीर नज़र आई।