prem
gazal our sayri
Wednesday, October 7, 2009
महोब्बत
सुनहरे लम्हों का व्यापार मत करना,
कभी रिश्तों को तार-तार मत करना,
रंज-ओ-गम सह ना सको कभी जिन्दगी में,
तोह खुदा कसम कभी किसीसे प्यार मत करना।
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