Tuesday, December 23, 2008

थैंक्स दोस्तों

दोस्तों आपने मुझे अपनाया यही मेरे लिए बहोत हैं आपने मेरे ब्लॉग को पढ़कर सही में मुज पर एक अहेसान किया हैं एइसा तो में नही कहूँगा लेकिन यह जरुर कहूँगा
"अहेसान दोस्तों में जताने नही होते,
कर्ज दोस्ती में चुकाने नही होते;
दोस्ती की यह ईमारत बरक़रार रखना दोस्तों,
ये तो वो रिश्ते हैं जो कभी पुराने नही होते।"

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