"जबरजस्ती से फूलों को खिलाया न करो,
आंसू ओ को दिल की दहेलिज़ पर लाया न करो,
जालिम हे जमाना ,जो किसीके प्यार को नही समजता,
अपने दिल की हालत किसीको बताया न करो।
जब प्यार मे तुम्हारा दिल अगर टूट जाए ,
तो टुटा दिल किसीसे सिलाया न करो।
लोग मुठ्ठी मे नमक लेकर घुमा करते हे ,
अपने दिल के ज़ख्म किसीको दिखाया न करो..............."प्रेम"
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