prem
gazal our sayri
Sunday, April 27, 2008
ज़रने
"लोग
महोब्बत को खुदा का नाम देते हैं,
अगर कोई करे तो इल्जाम देते हैं;
कहेते हैं की पत्थर दिल रोया नही करते,
तो पथ्थ्रो से जारने क्यों बहते हैं..................."प्रेम"
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